आश्वत्थीं चैव शैवीं च च्छायामिच्छामि, शौकरीं हरिमूर्तिं प्रणम्य,श्रीवारिस्नानसमिच्छुक:।।
ए.आई. की दस्तक •••••••• (विशेष - किसी भी विषय के हजारों पक्ष-विपक्ष होते हैं, अतः इस लेख के भी अनेक पक्ष हो सकतें हैं। यह लेख विचारक का द्र...
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