Friday, 15 May 2020

कल्पनाकारशतकम् ।। संस्कृत काव्य ग्रन्थ प्रकाशित।। डॉ.हिमांशु गौड़




श्रीनिवास झा अल्पायु में ही एक समाजसेवी एवं बहुत अच्छे कल्पनाकार व्यक्ति हैं , मैंने उनके बहुत से  प्रकृत्याभा-समन्वित चित्रों को देखकर 3 दिन में (चैत्र शुक्ल प्रतिपदा से तृतीया तक, २०२० सन्) यह कल्पनाकारशतकम् अपनी मौलिक उद्भावनाओं से लिखा है । कल्पनाकार के विविधरूपों को और उसके मोदमान स्वरूप को इस शतक में दिखाया गया है । एवं इस शतक ने अनेकों विषयों की चर्चा है। इसमें स्वामी श्री त्र्यंबकेश्वर चैतन्य जी महाराज एवं डॉ.महेश नारायण शास्त्री जी ने भी अपनी मंगलवाक् लिखी है।








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